इस खूबसूरत शहर के नामकरण की कहानी भी बड़ी रोचक है। कहा जाता है कि हैदराबाद की नींव बसाते समय यहाँ के नवाब को भागमती नाम की एक बंजारा लड़की से प्रेम हो गया था। भागमती से नवाब की शादी के बाद नवाब ने इस शहर का नाम 'भाग्यनगर' रखा। उस वक्त के तत्कालीन चलन के अनुरूप इस्लाम धर्म स्वीकार कर लेने के बाद भागमती का नाम हैदरमहल रखा गया। हैदर महल के नाम पर ही इस शहर का नाम भी 'हैदराबाद' रखा गया।
सन् 1687 में औरंगजेब हैदराबाद का शासक बना। उसके बाद सन् 1724 में आसफजाह प्रथम, जिसे कि नवाबों ने 'निजाम-ए-मुल्क' का खिताब दिया था, ने हैदराबाद पर शासन किया। आगे चलकर इन्हीं के उत्तराधिकारियों ने इस शहर पर शासन किया, जो 'निजाम' कहलाए। इन सात निजामों ने हैदराबाद के विकास में अभूतपूर्व योगदान दिया।
No comments:
Post a Comment
Jai sevalal,Gormati.......I think,you want to write something.