सरकार ने गुर्जर, बंजारा, रेबाड़ी, पिछड़ी जातियों के लिए विशेष वर्ग बनाकर पांच प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया हैराजस्थान सरकार कुछ समुदायों को विशेष श्रेणी के रूप में पांच प्रतिशत आरक्षण देने पर सहमत हो गयी है। इनमें गुर्जर, बंजारे और रेवाड़ी शामिल है। ब्राह्मण, राजपूत, वैश्य और कायस्व जाति के गरीबों को भी 14 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा। गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला के साथ हुए समझौते के ब्योरे की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री वसुन्धरा जयपुर में कहा कि गुर्जर आरक्षण मुद्दे पर केन्द्र को भेजे जाने वाले पत्र पर भी समझौता हो गया है।
सरकार ने गुर्जर, बंजारा, रेबाड़ी, पिछड़ी जातियों के लिए विशेष वर्ग बनाकर पांच प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया है। इस आरक्षण से जो वर्तमान में लागू आरक्षण व्यवस्था है, उसपर किसी भी प्रकार का कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। कर्नल बैंसला ने कहा कि वह पीलूपुरा लौटकर 27 दिन से चल रहे आंदोलन को समाप्त करने की घोषणा करेंगे।
असमंजस्य के दौर के बाद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और कर्नल बैसला दोनों ने उम्मीद जताई की अब इस मुद्दे पर और आंदोलन नहीं होंगे। इस समझौते पर अब तक गुर्जर नेताओं की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। लेकिन यह तय है कि अनुसूचित जाति में शामिल करने की एक मात्र मांग पर हुए इस आंदोलन की समाप्ति विशेष श्रेणी के पांच प्रतिशत आरक्षण पर करना काफी मुश्किल होगा। इसके साथ ही केन्द्र सरकार को गुर्जर आरक्षण के बारे में राज्य सरकार एक पत्र भी लिखेगी। हालांकि इस पत्र के मसौदे का खुलासा नहीं किया गया है। आज के समझौते के मुताबिक मृतकों के परिवारों को मुआवजा भी दिया जायेगा। आज ही राज्य सरकार ने एक और घोषणा करते हुए आर्थिक रूप से पिछड़े अगड़ों को भी १४ प्रतिशत आरक्षण का लाभ देने का निर्णय लिया।
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Jai sevalal,Gormati.......I think,you want to write something.